घरेलू कलह से तंग आकर की पति हत्या, एक साल तक छिपाती रही अपराध, फिर ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़ी सोनिया, प्लानिंग जानकर रह जाएंगे सन्न – Jansatta

Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने चौंकाने वाली हत्याकांड का खुलासा किया है। एक शख्स की गुमशुदगी की शिकायत पर शुरू हुई जांच, धोखे, विश्वासघात और एक फर्जी गुमशुदगी से जुड़ी वेल प्लांड साजिश के तौर पर सामने आई, जिसके परिणामस्वरूप शुक्रवार को शख्स की पत्नी सोनिया और उसके साथी रोहित (28) को गिरफ्तार कर लिया गया, पुलिस ने शनिवार को इस संबंध में जानकारी दी।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल 5 जुलाई को, बाहरी उत्तरी दिल्ली के अलीपुर के रहने वाले प्रीतम प्रकाश की हत्या कर दी गई और उनका शव हरियाणा के सोनीपत जिले के गनौर स्थित अगवानपुर गांव के पास एक नाले में फेंक दिया गया। हालांकि, अपराध को छिपाने के लिए पंद्रह दिन बाद, उनकी पत्नी सोनिया (34) ने अलीपुर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई, जिसमें दावा किया गया कि प्रीतम 5 जुलाई की रात से लापता हैं।
हत्या के पीछे का मकसद – एक टॉक्सिक मैरेज, वर्षों से चल रहा घरेलू दुर्व्यवहार और एक नया जीवन शुरू करने की इच्छा थी। रिपोर्ट के मुताबिक मामले ने तब मोड़ लिया जब फरार अपराधियों की नियमित जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने पाया कि प्रीतम बहुत लंबे समय से पुलिस की गिरफ़्तारी से बाहर था।
‘रेप से बचने के लिए घर पर रहें’: प्राइवेट ग्रुप ने शहर में लगाए लैंगिक भेदभाव वाले पोस्टर, गुजरात ट्रैफिक पुलिस ने किया था स्पॉसर, भड़के नागरिक
दरअसल, वह इतने लंबे समय से लापता था कि उसके खिलाफ दर्ज एक मामले में उसे फरार अपराधी घोषित कर दिया गया था। पुलिस के अनुसार, तभी उन्हें सोनिया द्वारा दर्ज कराई गई गुमशुदगी की शिकायत मिली। जब उन्होंने प्रीतम के फोन का पता लगाने की कोशिश की, तो पुलिस को पता चला कि वह सोनीपत के जाजी गांव में सक्रिय था। छापेमारी की गई, लेकिन प्रीतम की जगह पुलिस को फोन रोहित के पास मिला।
पुलिस ने कहा कि रोहित ने पहले यह कहकर सच्चाई छिपाने की कोशिश की कि उसने फोन किसी अजनबी से खरीदा है। जब उससे और पूछताछ की गई, तो उसने सच उगल दिया। उसने कथित तौर पर सोनिया के साथ अपने रिश्ते की बात स्वीकार की और दावा किया कि प्रीतम की हत्या के बाद सोनिया ने उसे फोन ठिकाने लगाने के लिए दिया था। पुलिस के अनुसार, इसके बाद सोनिया को गिरफ्तार कर लिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार उसने कथित तौर पर स्वीकार किया कि उसने अपनी बहन के देवर विजय को एक लाख रुपये में प्रीतम की हत्या के लिए सुपारी किलर के रूप में नियुक्त किया था। डीसीपी (क्राइम) हर्ष इंदौरा ने बताया, “सोनिया ने 16 साल की उम्र में प्रीतम प्रकाश से शादी की थी… यह एक प्रेम विवाह था। लेकिन प्रीतम नशे का आदी था और अक्सर उसके साथ मारपीट करता था। इस बात को लेकर उनके बीच अक्सर झगड़ा होता था। प्रीतम अवैध हथियार रखने, डकैती, चोरी और अपहरण समेत कई अन्य मामलों में कई बार जेल जा चुका था… इस वजह से घर का माहौल ठीक नहीं था।”
उन्होंने आगे बताया कि 2023-24 में सोशल मीडिया पर सोनिया की दोस्ती रोहित से हुई, जो दिल्ली में टैक्सी चलाता था। पुलिस ने बताया कि पिछले साल 2 जुलाई को प्रीतम से झगड़े के बाद, सोनिया रोहित की कैब से गन्नौर में अपनी बहन के घर चली गई। कार में सफर के दौरान, उसने कथित तौर पर रोहित से प्रीतम की हत्या करने के लिए कहा। लेकिन जब रोहित ने 6 लाख रुपये मांगे, तो उसने यह विचार छोड़ दिया, पुलिस ने बताया।
आठ लोगों से शादी, दो बच्चे और लाखों की वसूली… चौंका रही सरकारी शिक्षिका से लुटेरी दुल्हन बनी समीरा की कहानी
तीन दिन बाद, प्रीतम सोनिया को लेने गन्नौर आया। पुलिस ने बताया कि वहां, दोनों के बीच फिर से झगड़ा हुआ और प्रीतम ने सोनिया का अपमान किया। गुस्से में आकर, सोनिया ने कथित तौर पर प्रीतम की हत्या करने का फैसला किया। पुलिस ने बताया कि इसके बाद उसने विजय से संपर्क किया। डीसीपी ने बताया, “सोनिया और विजय के कहने पर, प्रीतम गनौर में ही रुकने के लिए तैयार हो गया… वह छत पर सोने चली गई… कुछ देर बाद, उसने प्रीतम की चीखें सुनीं। सुबह जब वह उठी, तो उसने देखा कि प्रीतम घर पर नहीं था।”
अगले दिन, सोनिया प्रीतम का ऑटोरिक्शा लेकर घर चली गई, जिसे बाद में उसने विजय को एक लाख रुपये और कुछ कर्ज़ चुकाने के लिए बेच दिया। पुलिस ने बताया कि प्रीतम का शव, जिसकी तब पहचान नहीं हो पाई थी, 10 जुलाई को सोनीपत पुलिस को मिला। दस दिन बाद, सोनिया ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। इसी जून में, सोनिया और रोहित की गिरफ्तारी से पहले, विजय को चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था।
छत्तीसगढ़ में दो ननों की गिरफ्तारी पर राजनीतिक बवाल मच गया। उन पर जबरन धर्म परिवर्तन और तस्करी का आरोप था। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने बीजेपी पर निशाना साधा, जबकि बीजेपी ने भी मामले को गंभीरता से लिया। केरल में ईसाई समुदाय प्रभावशाली है, इसलिए सभी दल उन्हें खुश करने की कोशिश कर रहे थे।

source.freeslots dinogame telegram营销

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Toofani-News