'वह आदमी चला गया'… नहीं रहे हिंदी साहित्य को नया आयाम देने वाले विनोद कुमार शुक्ल, आखिरी समय में भी लिखते रहे – DNA India

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Vinod Kumar Shukla Passes Away: साहित्कार विनोद कुमार शुक्ल की ‘नौकर की कमीज’, ‘वह आदमी चला गया’ जैसी रचनाओं ने हिंदी साहित्य को एक नया आयाम दिया.
रईश खान
Updated : Dec 23, 2025, 07:16 PM IST
Vinod Kumar Shukla Passes Away
हिंदी के मशहूर साहित्यकार विनोद कुमार शु्क्ल (Vinod Kumar Shukla Death) का आज यानी 23 दिसंबर को निधन हो गया. 88 साल की उम्र में उन्होंने रायपुर की AIIMS अस्पताल में आखिरी सांस ली. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनको हाल ही में AIIMS में क्रिटिकल केयर यूनिट (CCU) में भर्ती कराया गया था. विनोद कुमार शुक्ल ने हिंदी साहित्य में एक बड़ा मुकाम हासिल किया था. उनकी ‘नौकर की कमीज’, ‘वह आदमी चला गया’ जैसी रचनाओं ने हिंदी साहित्य को एक नया आयाम दिया.
विनोद कुमार शुक्ल के बेटे शाश्वत शुक्ल ने मीडिया को बताया कि उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. 2 दिसंबर को उनको रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया था. आज इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. उन्होंने कहा कि पिता के पार्थिव शरीर को उनके निवास पर ले जाया जाएगा. वहीं से उनके अंतिम संस्कार के बारे में जानकारी दी जाएगी.
पिछले महीने उनको भारत के सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाजा गया था. 1 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विनोद कुमार शुक्ल से उनके स्वास्थ्य के बारे में फोन पर जानकारी ली थी.
1 जनवरी 1937 को रानांदगांव, छत्तीसगढ़ में जन्मे विनोद कुमार हिन्दी साहित्य में ऐसे लेखक के रूप में प्रख्यात थे, जो बहुत धीमा बोलते थे, लेकिन उनकी साहित्यिक आवाज दूर-दूर तक सुनाई देती थी. उनका पहला कविता संग्रह ‘लगभग जय हिंद’ साल 1971 में प्रकाशित हुआ था. इसके बाद उनकी विशिष्ट भाषिक बनावट, चुप्पी और भीतर तक उतरती संवेदनाएं हिंदी कविताओं को नया मुकाम दिया.
इसके बाद ‘नौकर की कमीज’, ‘खिलेगा तो देखेंगे’, ‘एक चुप्पी जगह’ और ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’ जैसे उपन्यासों के लिए उनको 59वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. विनोद कुमार शुक्ल के अंदर लिखने का ऐसा जुनून था कि आखिरी समय भी वह कविताएं लिखते रहे. हाल ही में उनकी एक तस्वीर सामने आई थी. जिसमें वह अस्पताल के बेड पर भी कुछ लिखते नजर आ रहे थे.
सोशल मीडिया पर उनकी ये तस्वीर उनकी ही प्रसिद्ध पंक्ति के साथ शेयर की गईं. इसमें यूजर्स ने लिखा, ‘लिखना मेरे लिए सांस लेने की तरह है.’
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