कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत में चुनाव की निष्पक्षता को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं और दावा किया कि देश के संस्थागत ढांचे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का पूरी तरह से कब्जा हो गया है, लेकिन विपक्ष को इसका मुकाबला करने के लिए रास्ता निकालना होगा। जर्मनी की राजधानी बर्लिन के हार्टी स्कूल में आयोजित संवाद कार्यक्रम में उन्होंने आरोप लगाया कि खुफिया एजेंसियों, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को हथियार में तब्दील कर दिया गया है। राहुल गांधी ने इस संवाद कार्यक्रम का एक वीडियो सोमवार को अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया। उन्होंने कहा, ‘हम भारत में चुनाव की निष्पक्षता को लेकर सवाल उठा रहे हैं… हमारे देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर चौतरफा हमला हो रहा है।’ उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि हरियाणा की मतदाता सूची में ब्राजील की मॉडल का नाम 22 जगह पर था। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘हम जो सवाल उठा रहे हैं उसका जवाब निर्वाचन आयोग की तरफ से नहीं मिल रहा है।’ उन्होंने कहा कि भारत में चुनावी मशीनरी में कुछ बुनियादी समस्या है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘संस्थागत ढांचे पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया गया है, जब आप हमारी खुफिया एजेंसियों, सीबीआई और ईडी को देखते हैं तो पाते हैं कि इन्हें पूरी तरह से हथियार में तब्दील कर दिया गया है।’ गांधी ने कहा, ‘देखिए, भाजपा के लोगों के खिलाफ ईडी और सीबीआई के कितने मामले हैं? जवाब यह होगा कि एक भी नहीं।’ उन्होंने दावा किया कि ज्यादातर मामले विपक्ष के लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं। उनका कहना था, ‘अगर आप बड़े उद्योगपति हैं और कांग्रेस का सहयोग करने का इरादा रखते हैं, तो आपको धमकाया जाएगा। ईडी सीबीआई आ जाएगी।’ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि भारत में इस तरह का माहौल है कि संस्थाओं को जिस तरह का काम करना चाहिए वह नहीं कर पा रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा भारत के संस्थागत ढांचे को अपने ढांचे के तौर पर देखती है जबकि कांग्रेस ऐसा नहीं देखती, क्योंकि उसने इन संस्थाओं का निर्माण किया है। उन्होंने चुनावी चंदे का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा के पास कांग्रेस की तुलना में बहुत ज्यादा पैसे हैं।
We use cookies to improve your experience, analyze traffic, and personalize content. By clicking “Allow All Cookies”, you agree to our use of cookies.