भास्कर न्यूज | सिरोही
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र के सह संपर्क प्रमुख योगेंद्र कुमार ने कहा कि देश के सज्जन लोगों को सक्रिय होने एवं संगठित होने की आवश्यकता है। सज्जन शक्ति की सामूहिक शक्ति के आधार पर ही भारत पुनः विश्व गुरु बन सकता है।
वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क विभाग की ओर से आयोजित संगोष्ठी में सिरोही नगर के लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस वर्ष विजयादशमी पर 100 वर्ष पूरे करेगा। 100 वर्ष के एक लंबे कालखंड में संघ की यात्रा के विभिन्न आयामों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि संघ की यात्रा केवल संगठनात्मक नहीं है, बल्कि यह विचारधारा की यात्रा है, जो समाज के हर वर्ग को एकजुट कर भारत को सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से एक सशक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में कार्यरत है।
उन्होंने कहा कि हजार वर्षों के सतत संघर्ष के उपरांत जनमानस में व्याप्त हताशा निराशा के भाव को स्व में बदलकर स्वाधीनता आंदोलन की प्रेरणा दे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में समाज को दिशा दिखाने एवं व्यक्ति निर्माण की पद्धति देश में किस तरह विकसित होने का विचार कर 1925 में विजयादशमी के दिन डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की।
उन्होंने संघ के माध्यम से ऐसे समाज का निर्माण करने का संकल्प लिया, जो देश और समाज के लिए जी सके। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का लक्ष्य भारत को वैभव संपन्न बनाना है। आरएसएस के जिला संघ चालक डॉ. जगदीश आर्य के सानिध्य में एवं जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह आढ़ा की अध्यक्षता में आयोजित संगोष्ठी में प्रबुद्धजन के प्रश्नों के सह संपर्क प्रमुख योगेंद्र कुमार ने जवाब दिए।
Copyright © 2024-25 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.