मेरठ ब्यूरो। स्कूलों की पेयरिंग नीति के विरोध में सोमवार को एसएमसी सदस्य, ग्राम प्रधान और अभिभावकों ने मिलकर एक बैठक की। इसकी अध्यक्षता प्राथमिक शिक्षक अध्यक्षों ने की। संचालन विकास क्षेत्र के ब्लॉक मंत्रियों ने किया। इस दौरान विकास क्षेत्र के विभिन्न प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी रही।
कई नीतियों की समीक्षा की
प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष राकेश तोमर ने बताया कि बैठक में विद्यालय पेयरिंग जैसी नीति की समीक्षा की गई, जो आगामी शैक्षिक सत्र में विद्यालयों की संरचना, अस्तित्व, शिक्षकों की गरिमा, और छात्रों की शिक्षा व्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। बैठक में सर्वसम्मति से कहा गया कि यदि किसी भी नीति को लागू करने से पूर्व जमीनी हकीकत, विद्यालयों की भौगोलिक स्थिति, संसाधनों की उपलब्धता, छात्र संख्या, एवं स्थानीय सामाजिक-शैक्षिक परिस्थितियों का ध्यान नहीं रखा गया, तो शिक्षक संघ उस नीति का संगठित एवं सशक्त विरोध करेगा।
एक तरफा नीति स्वीकार नहीं
शिक्षकों ने स्पष्ट किया कि यह केवल एक प्रशासनिक निर्णय नहीं, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के अधिकारों से जुड़ा विषय है। बिना व्यापक संवाद और सहमति के किसी भी प्रकार की एकतरफा नीति को स्वीकार नहीं किया जाएगा। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यदि आवश्यकता पड़ी तो शिक्षक संघ, ग्राम स्तर से लेकर जिला और प्रदेश स्तर तक आंदोलन का रास्ता भी अपनाएगा। आगे जो निर्णय प्रदेश संगठन का होगा उनके दिशा निर्देशों पर कार्य करेगा।
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