कृपया धैर्य रखें।
गोरखपुर से चलने वाली भारत गौरव ट्रेनें अब सामान्य ट्रेनों की तरह शेड्यूल से चलेंगी। आईआरसीटीसी पूरे वित्त वर्ष का कार्यक्रम एक साथ जारी करेगा जिससे पूर्वांचल के श्रद्धालुओं को दक्षिण भारत और ज्योतिर्लिंग यात्रा की योजना बनाने में सुविधा होगी। टिकट ईएमआई पर भी उपलब्ध होंगे। इस बार गंगा सागर के लिए भी ट्रेनें चलेंगी और एसी कोचों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
प्रेम नारायण द्विवेदी, जागरण गोरखपुर। सामान्य एक्सप्रेस, मेल और पैसेंजर ट्रेनों की तरह अब भारत गौरव ट्रेनें (पर्यटक ट्रेनें) भी शेड्यूल से चलेंगी। एक वित्त वर्ष में चलने वाली सभी भारत गौरव ट्रेनों का एक ही बार में दिन, समय, मार्ग, ठहराव और पूरा कार्यक्रम जारी हो जाएगा।
दक्षिण भारत यात्रा और सात ज्योतिर्लिंग यात्रा पर जाने वाले उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विशेषकर पूर्वांचल के श्रद्धालु सुविधानुसार अपनी यात्रा का प्लान कर टिकट भी बुक कर सकेंगे। श्रद्धालुओं को ईएमआइ से भी किराये के भुगतान की सुविधा मिलेगी। इस बार दक्षिण भारत यात्रा और सात ज्योतिर्लिंग के अलावा गंगा सागर के लिए भी भारत गौरव ट्रेनें चलाई जाएंगी।
इंडियन रेलवे कैटरिंड एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) ने एक वित्त वर्ष (अप्रैल से मार्च) में चलने वाली सभी भारत गौरव ट्रेनों का शेड्यूल जारी करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। वर्तमान वित्त वर्ष के लिए मार्च तक तक चलने वाली भारत गौरव ट्रेनों का शेड्यूल 15 अगस्त तक जारी कर दिया जाएगा।
लखनऊ परिक्षेत्र में पड़ने वाले गोरखपुर, लखनऊ व आगरा समेत प्रमुख स्टेशनों से प्रत्येक माह एक भारत गौरव ट्रेन चलाने की योजना तैयार की जा रही है। इन ट्रेनों का केंद्र पूर्वोत्तर रेलवे का मुख्यालय गोरखपुर ही रहेगा। पिछले 30 जून को ही गोरखपुर से सात ज्योतिर्लिंग और द्वारिकाधीश की यात्रा के लिए भारत गौरव ट्रेन चलाई गई थी।
यह ट्रेन गोरखपुर से पूरी तरह भरकर गई। एसी टू और एसी थर्ड के टिकट वेटिंग हो गए थे। एसी के यात्रियों को कन्फर्म टिकट ही नहीं मिला। जानकारों का कहना है कि एसी में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में आइआरसीटीसी ने भारत गौरव ट्रेन में तीन एसी थर्ड के कोच जोड़ने का निर्णय लिया है।
अब भारत गौरव में चार एसी थर्ड और एक एसी टू के कोच लगाए जाएंगे। शेष स्लीपर कोच लगाए जाएंगे। ट्रेन में पेंट्रीकार समेत कुल 14 कोच लगाए जाएंगे। पिपराइच की वेदांती देवी कहती हैं कि 30 जून को गोरखपुर से रवाना होने वाली भारत गौरव ट्रेन में एसी थर्ड का कन्फर्म टिकट नहीं मिला।
उन्हें परिवार के साथ सात ज्योतिर्लिंग और दक्षिण भारत की यात्रा पर जाना है, लेकिन न नई ट्रेन की घोषणा हो रही और न टिकट मिल रहा। वेदांती की तरह पूर्वांचल के सैकड़ों श्रद्धालु भारत गौरव ट्रेन की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं।
दरअसल, श्रद्धालुओं की सुविधा व धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आइआरसीटीसी रेलवे प्रशासन के सहयोग से पर्यटक ट्रेन के रूप में भारत गौरव ट्रेनें संचालित करता है। लेकिन ट्रेनों की घोषणा एक बार नहीं होती। ट्रेन के रवाना होने से लगभग एक माह पहले ही ट्रेन घोषित होती है। ऐसे में श्रद्धालु अपनी सुविधानुसार प्लानिंग नहीं कर पाते। अचानक ट्रेनों की घोषणा होने से वे चाहकर भी यात्रा नहीं कर पाते हैं।
भारत गौरव ट्रेनों को भी शेड्यूल से चलाने की योजना है। शेड्यूल तैयार की जा रही है। एक वित्त वर्ष में चलने वाली सभी भारत गौरव ट्रेनों का एक ही बार में शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा। श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी।
– अजीत कुमार सिन्हा, मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक- आइआरसीटीसी
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