हिमाचल में अब तक का सबसे सूखा दिसंबर
उत्तर भारत में सर्दियों की दस्तक के साथ मौसम पूरी तरह बदल चुका है और किसानों के लिए बुआई का व्यस्त सीजन शुरू हो गया है. पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बढ़ती शीतलहर के बीच रबी फसलों की बुवाई तेजी पकड़ रही है. वहीं दक्षिण भारत में लगातार बारिश का दौर जारी है. इस लाइव और लगातार अपडेट होते सेक्शन में आपको खाद-बीज, खेती और गार्डनिंग के उपयोगी टिप्स, किसानों के लिए जरूरी सरकारी योजनाओं की जानकारी और कृषि जगत से जुड़े बड़े राष्ट्रीय घटनाक्रम एक ही जगह मिलते रहेंगे.
हिमाचल प्रदेश में अब तक का सबसे सूखा दिसंबर चल रहा है, जिसमें अब तक 100 प्रतिशत कम बारिश हुई है.किसान और बागवान, और पर्यटन और उससे जुड़े उद्योगों से जुड़े लोग बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं. लाहौल और स्पीति जिले के आदिवासी इलाकों की ऊंची चोटियों पर रविवार को हल्की बर्फबारी हुई, लेकिन यह सूखे को खत्म करने के लिए काफी नहीं थी. लाहौल और स्पीति के शिंकुला में ताजी बर्फ का आनंद लेते पर्यटकों के वीडियो इंटरनेट पर सामने आए हैं.लगातार सूखे और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी के कारण गेहूं, जौ, सरसों, मटर और चने जैसी रबी फसलों की बुवाई में देरी हुई है. जानकारों का कहना है कि न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी से सेब की अच्छी फसल के लिए जरूरी ठंडक के घंटे भी कम हो सकते हैं.रविवार को न्यूनतम तापमान में कुछ डिग्री की बढ़ोतरी हुई. कुकुमसेरी राज्य में सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान माइनस 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि शिमला रात में सबसे गर्म रहा, जहां न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से 4.9 डिग्री ज्यादा था.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today
होम
वीडियो
न्यूज़
स्कीम
मेन्यू
Add Kisan Tak to Home Screen