Ahmedabad Plane Crash Live: एयर इंडिया ने पुष्टि की है कि गुरुवार (12 जून) को लंदन जा रहे यात्री प्लेन बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, जिसका फ्लाइट नंबर AI-171 है, अहमदाबाद इटरनेशनल एयरपोर्ट पर उड़ान भरने के तुरंत बाद क्रैश हो गया. प्लेन में सवार 241 लोगों की मौत हो गई.
एयर इंडिया ने गुरुवार की देर रात जारी एक बयान में कहा, ‘‘हमें यह बताते हुए दुख हो रहा है कि विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत की पुष्टि हो चुकी है. एकमात्र जीवित व्यक्ति भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है और उसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.”
इसके अलावा, प्लेन का एक बड़ा हिस्सा दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद पास के सिविल अस्पताल के डॉक्टर्स हॉस्टल में घुस गया, जिसकी वजह से पूरी बिल्डिंग क्षितग्रस्त हो गई. क्रैश साइट पर भी 24 लोगों के मारे जाने की खबर है. यानी इस हादसे में मरने वालों की कुल संख्या 265 हो गई है.
टाटा समूह के प्रमुख एन चंद्रशेखरन ने कहा कि सभी जांच दलों से हम सहयोग कर रहे हैं. जांच में हम पूरी पारदर्शिता बरत रहे हैं. ये टाटा समूह के इतिहास का सबसे काला दिन है. शब्दों से सांत्वना नहीं मिल सकती.
एयर इंडिया प्लेन क्रैश के बाद डीजीसीए ने बड़ा फैसला लिया है. 15 जून से बोइंग के विमानों की अतिरिक्त जांच होगी. टेकऑफ और सुरक्षा मानकों की जांच होगी.
अहमदाबाद में गुरूवार को हुए एयर इंडिया के विमान हादसे का मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराया गया है. यह मामला इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता डॉ. गजेंद्र सिंह यादव द्वारा दर्ज कराया गया है. अधिवक्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि दुर्घटना जिस तरह से हुई है उससे किसी साजिश या लापरवाही से भी इंकार नहीं किया जा सकता इसलिए मामले की पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित होनी चाहिए.
अहमदाबाद में एक दिन पहले दुर्घटनाग्रस्त हुई एअर इंडिया की उड़ान एआई 171 के ‘ब्लैक बॉक्स’ को बरामद करने के प्रयास जारी हैं, क्योंकि इसके विश्लेषण से हादसे के कारणों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिलेंगे. पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अहमदाबाद अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे के पास मेघाणी नगर में, दुर्घटना स्थल पर मलबे में ब्लैक बॉक्स ढूंढने के लिए ‘मेटल कटर’ जैसे विशेष उपकरणों के साथ एक टीम तैनात की गई है
दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के चालक दल के सदस्यों में शामिल इरफान समीर शेख दो साल पहले ही इस क्षेत्र से जुड़े थे और उनके बड़े सपने थे, जो अब बिखर चुके हैं. उनके परिवार के एक सदस्य के अनुसार शेख 22 वर्ष के थे. उनका परिवार पुणे शहर के पास पिंपरी चिंचवाड़ इलाके में रहता है. इरफान के चाचा फिरोज शेख ने कहा कि उनका भतीजा हमेशा अपने माता-पिता को अपनी उड़ान सूची के बारे में बताया करता था. उन्होंने कहा, ‘‘गुरुवार को जब विमान दुर्घटना की खबर आई तो उसकी मां पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा क्योंकि उन्हें पता था कि वह उसी विमान में सवार था.’’
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