Birth Rate in India : 1.46 बिलियन आबादी वाले भारत में घटते जन्मदर का महासंकट! एक्सपर्ट ने बताया ये ‘बीमारी’ हैं कारण – Patrika News

ताजा खबरें
राज्य
मौसम
बिहार चुनाव 2025
कुलिश जन्मशती वर्ष
पत्रिका स्पेशल
राष्ट्रीय
मनोरंजन
ज्योतिष
स्वास्थ्य
खेल
धर्म
राजनीति
विश्व
OTT
शिक्षा
ओपिनियन
ऑटो
टेक
गैजेट
लाइफस्टाइल
ब्यूटी
महिला
बिजनेस
क्राइम
जॉब्स
ई-पेपर
मेरी खबर
शॉर्ट्स
ई-पेपर
नई दिल्ली

Ravi Gupta

Aug 31, 2025
Birth Rate in India declining : यह सुनकर आपको हैरान होंगे आबादी के मामले में चीन को पछाड़ने वाला हमारा देश जन्मदर के मामले में पिछड़ रहा है। भारत के लिए ये अच्छा संकेत नहीं है। भारत में बर्थ रेट 1.9 प्रति महिला है। यह सामान्य से भी कम बताया जा रहा है। उदाहरण के लिए जापान ऐसी परिस्थिति से जूझ रहा है। चीन में भी बच्चा पैदा करने को लेकर सरकार प्रोत्साहित कर रही है। चलिए, एक्सपर्ट के जरिए समझते हैं कि आखिर घटता जन्मदर भारत के लिए खतरे की घंटी क्यों है और इसके पीछे का कारण क्या है?
UNFPA के अनुसार, भारत में बर्थ रेट 1.9 प्रति महिला है। बताया जा रहा है कि ये रिप्लेसमेंट लेवल 2.1 से भी कम है। ये वाकई चिंता का विषय है। हालांकि, वैश्विक स्तर पर भी बर्थ रेट घट रही है। इसका जिक्र World Fertility Report 2024 में किया गया।
ये भी पढ़ें
यूएनएफपीए की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2005 में भारत में जन्मदर 2.9 बच्चे प्रति महिला के हिसाब से था। इसके बाद वर्ष 2021 में ये आंकड़ा 2.0 यानी रिप्लेसमेंट के लेवल पर आ गया। इसके बाद साल 2025 में 1.9 में संख्या पहुंच गई है।
यूएनएफपीए ने अपनी रिपोर्ट में इस बात को बताया कि भारत में फर्टिलिटी क्राइसिस है। इस कारण से जन्म दर घटता जा रहा है। इस पर डॉ. शुभ्रा सिंह कहती हैं, भारत में जन्म दर में गिरावट एक महत्वपूर्ण जनसांख्यकीय बदलाव का संकेत है। इस पर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो ये संकट पैदा कर सकती है। इससे युवा पीढ़ि की संख्या कम हो सकती है।
डॉ. शुभ्रा कहती हैं कि महिलाओं में बांझपन के कई लक्षण हो सकते हैं जैसे अनियमित या अनुपस्थित मासिक धर्म होना, माहवारी का बहुत लंबा या बिल्कुल ना होना, ओव्यूलेशन या अंडोत्सर्ग से जुड़ी समस्याओं का लक्षण हो सकता है। इनको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके अलावा डिसमैनोरिया अर्थात माहवारी के दौरान अत्यधिक दर्द होना, एंडोमेट्रियोसिस या रसौली की गांठ होने का लक्षण हो सकता है।
इसके अलावा डिस्पेर्यूनिया अर्थात यौन संबंध बनाते समय दर्द होना भी एक कारण हो सकता है। हॉर्मोनल असंतुलन के संकेत जैसे शरीर या चेहरे पर बालों का बढ़ना, सिर पर बालों का पतला होना, वजन में अचानक वृद्धि या कमी, चेहरे या शरीर के अन्य अंगों पर मुहांसे होना एवं यौन इच्छा में कमी होना भी बांझपन के लक्षण हो सकते हैं। इनमें से कोई भी लक्षण होने पर डॉक्टर से परामर्श एवं अपनी जांच जरूर करवाएं।
जिस तरह से सरकार ने परिवार नियोजन के लिए जागरूकता अभियान चलाया। उसी तरह से बच्चे जन्म देने को लेकर भी प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। साथ ही यौन दिक्कतों आदि को नजरअंदाज करने की बजाय डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
खबर शेयर करें:
संबंधित विषय:
प्रसव
health news
Healthy Lifestyle
Published on:
31 Aug 2025 05:15 pm
DOWNLOAD ON
Play Store
DOWNLOAD ON
App Store
Trending Topics
Asia Cup 2025
PM Modi
Bihar Elections 2025
Top Categories
राष्ट्रीय
मनोरंजन
स्वास्थ्य
राजस्थान
मध्य प्रदेश
Legal
Grievance Policy
This website follows the DNPA’s code of conduct
Statutory provisions on reporting (sexual offenses)
Privacy Policy
About Us
Code of Conduct
RSS
Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.

source.freeslots dinogame telegram营销

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Toofani-News