Saharanpur News: सावधान! कहीं आप ना हो जाए इस ठगी का शिकार | News Track in Hindi – Newstrack

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Saharanpur News: हेलो, मैं थाने से बोल रहा हूं। आपका बेटा ड्रग्स केस में फस गया है। पुलिस की कस्टडी में हैं। उसके चार दोस्त भी साथ है। 50 हजार की पेमेंट ऑनलाइन कर दो, बेटे को छोड़ दूंगा। वरना लंबा जेल में जाना पड़ेगा।’ ये वॉट्सऐप कॉल एक रिटायर्ड प्रिंसिपल के पास आई। जिसके बाद 50 हजार रुपए की पेमेंट भी कर दी गई। बाद में ओर 50 हजार रुपए मांगे गए। लेकिन जब बेटे को कॉल करके देखा तो पता चला वो ठीक है।
पीड़ित ने साइबर थाने में तहरीर दी है। मामला थाना बिहारीगढ़ क्षेत्र का है। थाना बिहारीगढ़ के गांव शेरपुर खाना जादपुर के रहने वाले भोपाल सिंह कांबोज (60) रिटायर्ड प्रिंसिपल है। साइबर थाने में तहरीर देकर बताया कि 20 सितंबर को उनके पास एक वॉट्सऐप कॉल आई। जिसमें एक पुलिस अधिकारी की फोटो लगी थी। कॉलर ने कहा-‘आपका बेटा अभिषेक कांबोज को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। वो ड्रग्स केस में पकड़ा गया है। उसके चार दोस्तों को भी अरेस्ट किया गया है। आपका बेटा बोल रहा है कि उसे उसके दोस्तों ने फंसाया है। हमें लग रहा है कि वो निर्दोष है। हम चांस दे रहे हैं। उसे छुड़वाने के लिए 50 हजार रुपए देने होंगे
सहारनपुर पुलिस को हिंदू नाबालिग लड़की को भगाने वाले आरोपी को पकड़ने में 22 साल लग गए। सहारनपुर मात्र 80 किलोमीटर दूर देहरादून में अपना नाम बदलकर रह रहा था। फर्जी कागजात बनवाकर अपना नाम बदला, फिर एलआईसी एजेंट बना। लड़की से दो बच्चे हुए है। बड़ा लड़का एलएलबी का छात्र है। पुलिस ने 15 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था। पुलिस लाइन सभागार में एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि थाना गागलहेड़ी क्षेत्र में 16 जून 2002 को एक व्यक्ति ने अपनी नाबालिग बेटी सुनीता (काल्पनिक नाम) को भगाकर ले जाने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। परिजनों ने जुबैर नाम के युवक पर आरोप लगाया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस मामले में कुर्की भी की थी। लेकिन आरोपी पेश नहीं हुआ था। पुलिस ने 22 साल बाद देहरादून के गांव झीबरहेड़ी से आरोपी जुबैर उर्फ विजय पुंडीर को अरेस्ट किया है। आरोपी 22 साल से देहरादून के गांव झीबरहेड़ी में नाम बदलकर रह रहा था। आरोपी का 22 साल पहले नाम जुबैर था। लेकिन उसने 10वीं और 12वीं की फर्जी मार्कशीट और दस्तवेज बनाकर अपना नाम विजय पुंडीर रख लिया था। इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एलआईसी एजेंट का काम करता था। सहारनपुर से मात्र 80 किलोमीटर की दूरी पर रहता था। पुलिस ने आरोपी पर 15 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था।
सहारनपुर आज जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा संयुक्त रुप से शहर के प्रमुख बाजारों, घंटाघर से चौक भगतसिंह तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने स्वयं अतिक्रमण हटाओ अभियान का नेतृत्व किया। एसएसपी रोहित सजवाण, अपर नगरायुक्त राजेश यादव व सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार भी अभियान में शामिल रहे। जिलाधिकारी मनीष बंसल की अगुवाई में आज जब नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों और भारी पुलिस बल के साथ घंटाघर से अतिक्रमण हटाता हुआ बाजारों में निकला तो अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया।
दुकानदारों, विशेष कर शहीदगंज व मोरगंज में दुकानदारों ने सड़क पर फैला कर रखा सामान आनन-फानन में उठाकर अपनी दुकानों में भीतर फेंक दिया। अभियान के दौरान अस्थायी अतिक्रमण हटाते हुए दुकानों के बाहर रखे बोर्ड, बैंच, कुर्सी, लोहे के जाल, व सब्जी के कैरेट आदि जब्त किये गए।
फुटपाथ पर एक दुकानदार द्वारा लगायी गयी स्टील की रेलिंग को जिलाधिकारी ने उखड़वा कर निगम की ट्राली में डलवा दिया। भगतसिंह चौक से अधिकारियों का यह दस्ता डीएम के नेतृत्व में पैदल चलता हुआ पुल खुमरान से सब्जी मण्डी पुल होते हुए जोगियान पुल और फिर वापिस घण्टाघर पहुंचा। इस बीच दस दुकानदारों पर जुर्माना भी लगाया गया।
जिलाधिकारी ने अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में दोबारा अतिक्रमण पाया गया तो सामान जब्त कर सख्त कार्रवाई की जायेगी। एसएसपी रोहित सजवाण ने थाना कोतवाली पुलिस को निर्देश दिए कि जिन स्थानों से आज अतिक्रमण हटाया गया है वहां दोबारा अतिक्रमण न होने पाए।

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