Trump Tariffs LIVE: 'ऐसे तो भारत रूस और चीन के करीब चला जाएगा', अमेरिका के दिग्‍गज डिप्‍लोमेट की ट्रंप टैरि… – News18 Hindi

Trump Tariffs LIVE: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूसी तेल की खरीद पर भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने के एग्‍जीक्‍यूटिव ऑर्डर पर शेयर मार्केट एक्‍सपर्ट सुनील शाह ने कहा कि हम वर्षों से टिके हुए हैं और आगे बढ़े हैं. टैरिफ का नकारात्मक प्रभाव लंबे समय तक नहीं रहेगा. यह अच्छे शेयर खरीदने का समय है. घबराएं नहीं. यहां से हालात सुधरेंगे.
Trump Tariffs LIVE: डोनाल्‍ड ट्रंप ने भारत पर कुल मिलाकर 50 फीसद तक का टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. इससे अमेरिका में भी कोलाहल मचा हुआ है. अब यूएसए के पूर्व राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्‍टन ने बड़ी बात कही है. उन्‍होंने कहा, ‘ट्रंप की टैरिफ नीति का विपरीत प्रभाव हो सकता है. इससे भारत रूस और चीन के करीब पहुंच जाएगा.’
Trump Tariffs LIVE: डोनाल्‍ड ट्रंप की ओर से भारत पर लगाया गया 25 फीसद टैरिफ आज यानी 7 अगस्‍त 2025 से लागू हो गया है. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप और अमेरिका का नाम लिए बगैर कहा कि भारत किसानों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा. ट्रंप की ओर से की गई घोषणा के अनुसार, 25 फीसद टैरिफ की दूसरी किस्‍त 27 अगस्‍त से लागू होना है.
Trump Tariffs LIVE: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि रूसी तेल खरीदने पर चीन पर सेकेंडरी या अतिरिक्त शुल्क लग सकते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत पर रूसी तेल की खरीद से जुड़े 25% अतिरिक्त शुल्क लगाए थे. व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी राष्ट्रपति से पूछा गया कि क्या चीन पर भी इसी तरह का सेकेंडरी बैन लागू होगा, क्योंकि चीन रूसी कच्चे तेल का सबसे बड़ा खरीदार है. राष्ट्रपति ने जवाब दिया, ‘ऐसा हो सकता है, मुझे नहीं पता, मैं अभी आपको नहीं बता सकता, हमने भारत के साथ ऐसा किया है और हम शायद कुछ अन्य देशों के साथ भी ऐसा कर रहे हैं, उनमें से एक चीन हो सकता है.’
Trump Tariffs LIVE: हाल के वर्षों में भारत, चीन के साथ अपनी रणनीतिक प्रतिद्वंद्विता में वाशिंगटन के लिए एक प्रमुख साझेदार के रूप में उभरा है, लेकिन ट्रेड सरप्‍लस और रूस के साथ घनिष्ठ संबंधों ने (जिसपर ट्रम्प यूक्रेन के साथ शांति समझौते के लिए दबाव डालना चाह रहे हैं) उसे रिपब्लिकन राष्ट्रपति के वैश्विक टैरिफ आक्रमण का एक प्रमुख लक्ष्य बना दिया है. दो भारतीय सरकारी सूत्रों ने बताया कि ट्रम्प का यह ताना कि भारत अपने कट्टर दुश्मन पाकिस्तान से तेल खरीद सकता है, भी नई दिल्ली को रास नहीं आया. भारत ने ट्रम्प के इस दावे को भी खारिज कर दिया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष को समाप्त करने के लिए व्यापार को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया.
Trump Tariffs LIVE: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयात पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगाया है और अर्थशास्त्रियों का मानना है कि इस कदम से वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर में 0.4 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. बैंक ऑफ बड़ौदा की अर्थशास्त्र विशेषज्ञ सोनल बधान ने न्‍यूज एजेंसी एएनआई को बताया, ‘हमने शुरुआत में भारत से आयात पर अमेरिका द्वारा लगाए गए 25-26 प्रतिशत टैरिफ के (जीडीपी वृद्धि पर) लगभग 0.2 प्रतिशत प्रभाव का अनुमान लगाया था. 25 प्रतिशत की अतिरिक्त बढ़ोतरी 21 दिनों के बाद लागू होगी. इस दौरान या आने वाले महीनों में कम दरों पर बातचीत होने की संभावना है.’ उन्होंने आगे कहा कि अंतिम व्यापार समझौते के आधार पर जीडीपी वृद्धि पर इन टैरिफ का कुल प्रभाव 0.2-0.4 प्रतिशत के बीच हो सकता है. जिन क्षेत्रों पर इसका असर पड़ने की संभावना है उनमें वस्त्र, कीमती पत्थर, इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मा, ऑटो पार्ट्स और एमएसएमई शामिल हैं.
Trump Tariffs LIVE: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि रूसी तेल की खरीद के मामले में भारत चीन के बहुत क़रीब है और 50 प्रतिशत टैरिफ़ का भुगतान करेगा. उन्होंने संकेत दिया कि “आपको कई द्वितीयक प्रतिबंध देखने को मिलेंगे. ट्रंप ने ओवल ऑफिस में कहा, ‘जैसा कि आप जानते हैं, हमने भारत पर तेल पर 50 प्रतिशत टैरिफ़ लगाया है. वे दूसरे सबसे बड़े देश हैं, रूस से तेल की खरीद के मामले में वे चीन के बहुत क़रीब हैं.’ ट्रंप ने रूस सरकार द्वारा अमेरिका को दी जा रही धमकियों से निपटने संबंधी एक एग्‍जीक्‍यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए, जिसमें रूस से तेल की नई दिल्ली की खरीद पर भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ़ लगाया गया है. इससे भारत पर लगाए गए कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गए हैं, जो वाशिंगटन द्वारा किसी भी देश पर लगाए गए सबसे ज़्यादा टैरिफ में से एक है. ट्रंप प्रशासन ने पिछले हफ़्ते भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ़ लगाने की घोषणा की थी, जो 7 अगस्त से लागू होगा. यह अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क 21 दिन बाद यानी 27 अगस्त से लागू होगा.
Trump Tariffs LIVE: Apple ने बुधवार को घोषणा की कि वह अमेरिका में अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए 100 अरब डॉलर का और निवेश कर रहा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह देश में आने वाले चिप्स पर भारी आयात शुल्क लगाएंगे. Apple का यह निवेश ऐसे समय में आया है जब इस तकनीकी दिग्गज ने इस साल की शुरुआत में ही अपने घरेलू कारोबार को बढ़ाने के लिए 500 अरब डॉलर का निवेश करने का वादा किया था, क्योंकि ट्रंप द्वारा अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों पर लगाए गए टैरिफ से Apple को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है. इस नए प्रयास में Apple के अपने प्रमुख घरेलू आपूर्तिकर्ताओं के साथ संबंधों का विस्तार करना शामिल है, क्योंकि ट्रंप Apple और अन्य तकनीकी दिग्गजों पर उत्पादन अमेरिका में स्थानांतरित करने का दबाव बना रहे हैं. इस निवेश का जश्न मनाने के लिए ओवल ऑफिस में आयोजित एक कार्यक्रम में ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्मित सेमीकंडक्टर और चिप्स पर 100% शुल्क लगाने की धमकी देकर अपनी टैरिफ रणनीति को और मज़बूत कर दिया. लेकिन, उन्होंने कहा कि जिन कंपनियों ने अमेरिका में निर्माण करने के लिए प्रतिबद्धता जताई है, उन पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा. उन्होंने यह नहीं बताया कि चिप टैरिफ की औपचारिक घोषणा कब होगी या ये टैरिफ कब लागू होंगे.
Trump Tariffs LIVE: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि वे कंप्यूटर चिप्स पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे, जिससे इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, घरेलू उपकरण और अन्य आवश्यक उत्पादों की कीमतें बढ़ सकती हैं. ट्रंप ने ओवल ऑफिस में एप्पल के सीईओ टिम कुक के साथ बैठक के दौरान कहा कि हम चिप्स और सेमीकंडक्टर्स पर लगभग 100 प्रतिशत टैरिफ लगाएंगे, लेकिन अगर आप अमेरिका में निर्माण कर रहे हैं, तो कोई शुल्क नहीं लगेगा.
Trump Tariffs LIVE: अमेरिका ने जिन देशों पर टैरिफ लगाए हैं, उनमें सबसे अधिक भारत और ब्राजील पर ही हैं. जी हां, भारत और ब्राजील 50 फीसदी टैरिफ वाले देशों की कैटेगरी में हैं. अमेरिका ने म्यांमार पर 40 प्रतिशत, थाईलैंड और कंबोडिया पर 36 प्रतिशत, बांग्लादेश पर 35 प्रतिशत, इंडोनेशिया पर 32 प्रतिशत, चीन और श्रीलंका पर 30 प्रतिशत, मलेशिया पर 25 प्रतिशत, फिलीपींस और वियतनाम पर 20 प्रतिशत टैरिफ यानी शुल्क लगाया है.
Trump Tariffs LIVE: ट्रंप के टैरिफ पर भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा, ‘यह बेहद चौंकाने वाला कदम है. इससे अमेरिका को भारत के 55 प्रतिशत निर्यात पर असर पड़ेगा.’ इस घोषणा को प्रस्तावित बीटीए में अमेरिकी मांगों के पक्ष में नयी दिल्ली पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है. अमेरिका कुछ औद्योगिक वस्तुओं, इलेक्ट्रिक वाहनों, वाइन, पेट्रोकेमिकल उत्पादों, कृषि उत्पादों, डेयरी उत्पादों, सेब और आनुवंशिक रूप से संशोधित फसलों पर शुल्क में रियायत की मांग कर रहा है.
Trump Tariff News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 फीसदी का टैरिफ बम फोड़ा है. इसके बाद भी वह शांत नहीं हैं. इस घोषणा के बाद उन्होंने कहा कि भारत पर टैरिफ लगे सिर्फ 8 घंटे हुए हैं, अब देखिए कितनी सेकेंडरी सैंक्शन आएंगी. यह पूछे जाने पर कि भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि चीन जैसे अन्य देश भी रूसी तेल खरीद रहे हैं. आप इन अतिरिक्त प्रतिबंधों के लिए भारत को ही क्यों जिम्मेदार ठहरा रहे हैं?’ इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘अभी केवल 8 घंटे ही हुए हैं. देखते हैं क्या होता है. आपको और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा… आपको कई सेकेंडरी सैक्शन्स देखने को मिलेंगे. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस वार्ता के दौरान संवाददाताओं से कहा.
पाकिस्तान के आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर इस हफ्ते अमेरिका दौरे पर जा रहे हैं. यह दो महीने में उनकी दूसरी अमेरिका यात्रा है. इस बार वह CENTCOM के नए कमांडर के पदभार ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे. पिछली बार जून में मुनीर ने व्हाइट हाउस में ट्रंप से दो घंटे की मुलाकात की थी. ये पहला मौका था जब बिना किसी पाकिस्तानी नागरिक नेता के एक मिलिट्री जनरल को अमेरिकी राष्ट्रपति ने लंच पर बुलाया. बातचीत में व्यापार, क्रिप्टोकरंसी और भारत-पाक संबंधों पर चर्चा हुई.
ट्रंप ने दावा किया था कि 10 मई को भारत-पाक संघर्षविराम का श्रेय उन्हें जाता है. उन्होंने मुनीर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने युद्ध रोकने में मदद की. जवाब में मुनीर ने ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लायक बताया.
हालांकि भारत ने साफ कहा कि सीजफायर में किसी विदेशी नेता की भूमिका नहीं थी. ये फैसला डीजीएमओ स्तर की बातचीत के बाद हुआ. ट्रंप ने अब पाकिस्तान के साथ तेल समझौता किया है, लेकिन साथ ही 19% टैरिफ भी लागू कर दिया. पहले से ही पाकिस्तानी सामानों पर 29% ड्यूटी थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाए जाने को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की सांसद महुआ माजी ने तीखा तंज कसा है. उन्होंने कहा, ‘इस फैसले का भारत की अर्थव्यवस्था पर ज्यादा असर नहीं होगा, उल्टा अमेरिका में महंगाई बढ़ेगी.’ महुआ माजी ने कहा, ‘भारत के लोग कम में जीना जानते हैं. हमारे यहां गरीबी भी है, लेकिन लोग एडजस्ट कर लेते हैं. लेकिन अमेरिका में लोग इतने अभ्यस्त नहीं हैं, उन्हें ज्यादा झटका लगेगा.’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी को अपनी ‘मन की बात’ में जरूर बताना चाहिए कि उनके ट्रंप से कितने अच्छे रिश्ते थे. अब क्या हुआ?’ महुआ माजी ने सुझाव दिया कि “अमेरिका के अलावा भी दुनिया में कई बाजार हैं. अगर रिश्ते नहीं सुधरते तो हमें तुरंत विकल्प तलाशने चाहिए और व्यापार को नए रास्तों पर बढ़ाना चाहिए.”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाए जाने को लेकर CPI सांसद पी. संतोश कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘ट्रंप का दूसरा कार्यकाल भारत को गालियां देने और दबाने के लिए होगा. हमें अब पलटकर जवाब देना होगा.’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री के पास X पर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी फॉलोइंग है, लेकिन वो चुप हैं. पहलगाम में जो कुछ हुआ और भारत-पाक युद्ध जैसे हालात बने, उस पर भी ट्रंप ने कुछ कहा था. लेकिन आज तक उसका भी जवाब नहीं दिया गया.’ संतोष कुमार ने कहा, ‘देशहित सर्वोपरि है. अगर हम जवाब नहीं देंगे, तो दुनिया को हमारी लीडरशिप कमजोर नजर आएगी. हमें न सिर्फ जवाब देना चाहिए, बल्कि इस पर खुली चर्चा भी होनी चाहिए.’
भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाए जाने पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘ये पूरी तरह से अमेरिका की ब्लैकमेलिंग है. हैरानी की बात है कि भारत को एक सुपरपावर से इस तरह धमकियां सहनी पड़ रही हैं.’ खेड़ा ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘पिछले 11 सालों में हमारी विदेश नीति, प्रधानमंत्री के विदेश दौरों और प्रवासी कार्यक्रमों का फोकस देश के हित नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री की छवि को चमकाने पर रहा है. आज हम उसी सेल्फ-प्रोजेक्शन की कीमत चुका रहे हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमें डर है कि कहीं कोई ऐसी डील या बातचीत न हो जाए जो भारत के राष्ट्रीय हितों को कमजोर कर दे. सरकार को स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए और बताना चाहिए कि अमेरिका के इस दबाव का जवाब कैसे दिया जाएगा.’
#WATCH | Delhi | On US President Trump imposing an additional 25% tariff on India over Russian oil purchases, Congress leader Pawan Khera says, “This is pure and simple blackmail by America. It is surprising that we have reached this spot, where we can be bullied around by a… pic.twitter.com/ulB7T6iOyx
— ANI (@ANI) August 6, 2025

AAP सांसद अशोक कुमार मित्तल ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25% टैरिफ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘हां, हम रूस से तेल खरीद रहे हैं. तो ट्रंप कौन होते हैं हमें रोकने वाले? वो खुद रूस से यूरेनियम और जरूरी मेटल्स खरीद रहे हैं. उनके यूरोपीय सहयोगी भी ऐसा कर रहे हैं. चीन भी रूस से तेल खरीद रहा है. ये दोहरा रवैया नहीं चलेगा. ट्रंप को अपने गैर-तार्किक आदेश और टैक्स वापस लेने होंगे.’
मित्तल ने माना कि 50% कुल टैरिफ से भारतीय इंडस्ट्री को छोटा नुकसान हो सकता है, लेकिन भारत के कारोबारी मजबूत और लचीले हैं. उन्होंने कहा, ‘हमारी अर्थव्यवस्था सालाना 6-8% की दर से बढ़ रही है. इसका GDP पर असर 0.2% से ज्यादा नहीं होगा. हम इस झटके को संभाल लेंगे. हम घरेलू मांग बढ़ाएंगे, नई मार्केट्स ढूंढेंगे. यह संकट नहीं, एक मौका भी बन सकता है.’ (ANI)
कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25% टैरिफ को लेकर मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के रिश्ते को गहरा और फायदेमंद बताया गया था. कहा गया था- MAGA + MIGA = MEGA. क्या अब MEGA का मतलब भारतीयों के लिए MEGA टैरिफ है?’ खरगे ने पूछा कि अगर रिश्ते इतने मजबूत थे, तो भारत जैसे प्रगतिशील देश के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है? उन्होंने प्रधानमंत्री और वाणिज्य मंत्री से जवाब मांगा कि इस टैरिफ का ठोस जवाब देश को कब और कैसे मिलेगा.
समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 25% अतिरिक्त टैरिफ पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा, ‘यह भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है. इससे देश को भारी नुकसान होगा. अमेरिका के इस फैसले से निर्यात घटेगा, जिससे बिक्री और उत्पादन पर सीधा असर पड़ेगा.’ सपा नेता ने कहा कि यह फैसला देश के हित में नहीं है और इससे भारत की अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लग सकता है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह अमेरिका के इस कदम का डिप्लोमैटिक जवाब दे और देश के व्यापारिक हितों की रक्षा करे.
शिवसेना की शाइना एन.सी. ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाने पर कहा, ‘भारत ने सख्ती से डोनाल्ड ट्रंप के अधिग्रहण और टैरिफ वृद्धि को अस्वीकार कर दिया है. यह संप्रभुता का मामला है… विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्टीकरण दिया है कि रूस से आयात होने वाला भारतीय तेल बाजार की अनिवार्यता का परिणाम है… हमने यह भी स्पष्टीकरण दिया है कि भारत के पास हक है कि हम अपनी योजनाएं तय करें…’

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