पाकिस्तान के आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर इस हफ्ते अमेरिका दौरे पर जा रहे हैं. यह दो महीने में उनकी दूसरी अमेरिका यात्रा है. इस बार वह CENTCOM के नए कमांडर के पदभार ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे. पिछली बार जून में मुनीर ने व्हाइट हाउस में ट्रंप से दो घंटे की मुलाकात की थी. ये पहला मौका था जब बिना किसी पाकिस्तानी नागरिक नेता के एक मिलिट्री जनरल को अमेरिकी राष्ट्रपति ने लंच पर बुलाया. बातचीत में व्यापार, क्रिप्टोकरंसी और भारत-पाक संबंधों पर चर्चा हुई.
ट्रंप ने दावा किया था कि 10 मई को भारत-पाक संघर्षविराम का श्रेय उन्हें जाता है. उन्होंने मुनीर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने युद्ध रोकने में मदद की. जवाब में मुनीर ने ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लायक बताया.
हालांकि भारत ने साफ कहा कि सीजफायर में किसी विदेशी नेता की भूमिका नहीं थी. ये फैसला डीजीएमओ स्तर की बातचीत के बाद हुआ. ट्रंप ने अब पाकिस्तान के साथ तेल समझौता किया है, लेकिन साथ ही 19% टैरिफ भी लागू कर दिया. पहले से ही पाकिस्तानी सामानों पर 29% ड्यूटी थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाए जाने को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की सांसद महुआ माजी ने तीखा तंज कसा है. उन्होंने कहा, ‘इस फैसले का भारत की अर्थव्यवस्था पर ज्यादा असर नहीं होगा, उल्टा अमेरिका में महंगाई बढ़ेगी.’ महुआ माजी ने कहा, ‘भारत के लोग कम में जीना जानते हैं. हमारे यहां गरीबी भी है, लेकिन लोग एडजस्ट कर लेते हैं. लेकिन अमेरिका में लोग इतने अभ्यस्त नहीं हैं, उन्हें ज्यादा झटका लगेगा.’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी को अपनी ‘मन की बात’ में जरूर बताना चाहिए कि उनके ट्रंप से कितने अच्छे रिश्ते थे. अब क्या हुआ?’ महुआ माजी ने सुझाव दिया कि “अमेरिका के अलावा भी दुनिया में कई बाजार हैं. अगर रिश्ते नहीं सुधरते तो हमें तुरंत विकल्प तलाशने चाहिए और व्यापार को नए रास्तों पर बढ़ाना चाहिए.”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाए जाने को लेकर CPI सांसद पी. संतोश कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘ट्रंप का दूसरा कार्यकाल भारत को गालियां देने और दबाने के लिए होगा. हमें अब पलटकर जवाब देना होगा.’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री के पास X पर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी फॉलोइंग है, लेकिन वो चुप हैं. पहलगाम में जो कुछ हुआ और भारत-पाक युद्ध जैसे हालात बने, उस पर भी ट्रंप ने कुछ कहा था. लेकिन आज तक उसका भी जवाब नहीं दिया गया.’ संतोष कुमार ने कहा, ‘देशहित सर्वोपरि है. अगर हम जवाब नहीं देंगे, तो दुनिया को हमारी लीडरशिप कमजोर नजर आएगी. हमें न सिर्फ जवाब देना चाहिए, बल्कि इस पर खुली चर्चा भी होनी चाहिए.’
भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाए जाने पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘ये पूरी तरह से अमेरिका की ब्लैकमेलिंग है. हैरानी की बात है कि भारत को एक सुपरपावर से इस तरह धमकियां सहनी पड़ रही हैं.’ खेड़ा ने मोदी सरकार की विदेश नीति पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘पिछले 11 सालों में हमारी विदेश नीति, प्रधानमंत्री के विदेश दौरों और प्रवासी कार्यक्रमों का फोकस देश के हित नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री की छवि को चमकाने पर रहा है. आज हम उसी सेल्फ-प्रोजेक्शन की कीमत चुका रहे हैं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हमें डर है कि कहीं कोई ऐसी डील या बातचीत न हो जाए जो भारत के राष्ट्रीय हितों को कमजोर कर दे. सरकार को स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए और बताना चाहिए कि अमेरिका के इस दबाव का जवाब कैसे दिया जाएगा.’
#WATCH | Delhi | On US President Trump imposing an additional 25% tariff on India over Russian oil purchases, Congress leader Pawan Khera says, “This is pure and simple blackmail by America. It is surprising that we have reached this spot, where we can be bullied around by a… pic.twitter.com/ulB7T6iOyx
— ANI (@ANI) August 6, 2025
AAP सांसद अशोक कुमार मित्तल ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25% टैरिफ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘हां, हम रूस से तेल खरीद रहे हैं. तो ट्रंप कौन होते हैं हमें रोकने वाले? वो खुद रूस से यूरेनियम और जरूरी मेटल्स खरीद रहे हैं. उनके यूरोपीय सहयोगी भी ऐसा कर रहे हैं. चीन भी रूस से तेल खरीद रहा है. ये दोहरा रवैया नहीं चलेगा. ट्रंप को अपने गैर-तार्किक आदेश और टैक्स वापस लेने होंगे.’
मित्तल ने माना कि 50% कुल टैरिफ से भारतीय इंडस्ट्री को छोटा नुकसान हो सकता है, लेकिन भारत के कारोबारी मजबूत और लचीले हैं. उन्होंने कहा, ‘हमारी अर्थव्यवस्था सालाना 6-8% की दर से बढ़ रही है. इसका GDP पर असर 0.2% से ज्यादा नहीं होगा. हम इस झटके को संभाल लेंगे. हम घरेलू मांग बढ़ाएंगे, नई मार्केट्स ढूंढेंगे. यह संकट नहीं, एक मौका भी बन सकता है.’ (ANI)
कर्नाटक के मंत्री प्रियंक खरगे ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25% टैरिफ को लेकर मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के रिश्ते को गहरा और फायदेमंद बताया गया था. कहा गया था- MAGA + MIGA = MEGA. क्या अब MEGA का मतलब भारतीयों के लिए MEGA टैरिफ है?’ खरगे ने पूछा कि अगर रिश्ते इतने मजबूत थे, तो भारत जैसे प्रगतिशील देश के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है? उन्होंने प्रधानमंत्री और वाणिज्य मंत्री से जवाब मांगा कि इस टैरिफ का ठोस जवाब देश को कब और कैसे मिलेगा.
समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 25% अतिरिक्त टैरिफ पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा, ‘यह भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है. इससे देश को भारी नुकसान होगा. अमेरिका के इस फैसले से निर्यात घटेगा, जिससे बिक्री और उत्पादन पर सीधा असर पड़ेगा.’ सपा नेता ने कहा कि यह फैसला देश के हित में नहीं है और इससे भारत की अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लग सकता है. उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह अमेरिका के इस कदम का डिप्लोमैटिक जवाब दे और देश के व्यापारिक हितों की रक्षा करे.
शिवसेना की शाइना एन.सी. ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाने पर कहा, ‘भारत ने सख्ती से डोनाल्ड ट्रंप के अधिग्रहण और टैरिफ वृद्धि को अस्वीकार कर दिया है. यह संप्रभुता का मामला है… विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्टीकरण दिया है कि रूस से आयात होने वाला भारतीय तेल बाजार की अनिवार्यता का परिणाम है… हमने यह भी स्पष्टीकरण दिया है कि भारत के पास हक है कि हम अपनी योजनाएं तय करें…’
TMC सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, ’25 + 25 = 50. अब 56 इंच इस 50% ट्रंप टैरिफ पर क्या कहेगा?’ ओ’ब्रायन ने आगे लिखा, ‘अब समझ में आया कि मोदी और उनकी चरमराती गठबंधन सरकार संसद क्यों नहीं चलने दे रही.’
25 + 25 =50
Now what will 56 inch say about the 50% Trump tariff
And now we know why Modi and his creaky coalition are disrupting Parliament
— Derek O’Brien | ডেরেক ও’ব্রায়েন (@derekobrienmp) August 6, 2025
अमेरिका द्वारा भारतीय सामानों पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने के फैसले को भारत ने सख्ती से खारिज कर दिया है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने जोर देकर कहा कि भारत की रूस से तेल खरीद पूरी तरह बाजार और राष्ट्रीय हित पर आधारित है. MEA के अनुसार, ‘यह फैसला अनुचित, अन्यायपूर्ण और अस्वीकार्य है. अमेरिका उन कार्यों पर भारत को टारगेट कर रहा है, जो कई देश कर रहे हैं.” सरकार ने स्पष्ट किया कि 1.4 अरब भारतीयों की ऊर्जा सुरक्षा सर्वोपरि है और कोई भी दबाव भारत को अपने फैसलों से पीछे नहीं हटने देगा. भारत ने अमेरिका को साफ संदेश दिया, ‘हम अपने हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे. हम झुकने वाले नहीं हैं.’
Statement by Official Spokesperson
https://t.co/BNwLm9YmJc pic.twitter.com/DsvRvhd61D
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) August 6, 2025
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, ‘ट्रंप का 50% टैरिफ आर्थिक ब्लैकमेल है – भारत को एक अनुचित व्यापार समझौते के लिए धमकाने का एक प्रयास. प्रधानमंत्री मोदी को अपनी कमज़ोरी को भारतीय लोगों के हितों पर हावी नहीं होने देना चाहिए.’
Trump’s 50% tariff is economic blackmail – an attempt to bully India into an unfair trade deal.
PM Modi better not let his weakness override the interests of the Indian people.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 6, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा रूस से तेल खरीद को लेकर भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने पर शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘… कोई भी मंत्री इसका जवाब क्यों नहीं दे रहा है?… सभी मंत्री चुप क्यों हैं? क्या अमेरिका के साथ व्यापार समझौता हुआ है या नहीं?…’
#WATCH | Delhi | On US President Trump imposing an additional 25% tariff on India over Russian oil purchases, Shiv Sena (UBT) leader Aaditya Thackeray says, “…Why is no minister responding to it?… Why are all the ministers silent? Is the trade deal with the United States on… pic.twitter.com/w8nIHeVHTF
— ANI (@ANI) August 6, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाए जाने को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, ‘अमेरिका खुद रूस से यूरेनियम और पैलेडियम जैसे पदार्थ आयात कर रहा है, ऐसे में भारत पर यह कार्रवाई दोहरे मापदंड को दिखाती है.’ थरूर ने सवाल उठाया कि अमेरिका ने चीन को 90 दिन की छूट दी है, जबकि चीन भारत से कहीं ज्यादा रूसी तेल खरीद रहा है. उन्होंने कहा कि यह कदम उस देश से नहीं आया है जिससे दोस्ती की उम्मीद थी. उन्होंने चेतावनी दी कि भारत अब इस कदम का जवाब दे सकता है. थरूर ने कहा, ‘अब भारत में अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी टैरिफ की मांग उठ सकती है. हमें नए व्यापारिक साझेदारों की ओर देखना होगा.’