Dharali Uttarkashi Cloudburst Rescue Operation Sindoor LIVE: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली के पास मंगलवार को खीरगंगा नदी के ऊपर बादल फट गया था। नदियों के उफान की वजह से वहां स्थित 20-25 होटल और होम स्टे के बह गए। अभी तक 60 से ज्यादा लोगों के लापता होने की सूचना है। हालांकि NDRF के मोहसिन शहीदी का कहना है कि अभी करीब 100 से ज्यादा लोग लापता हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया पर बताया कि राहत और बचाव कार्यों के लिए युद्ध स्तर पर काम जारी है। प्रशासन के मुताबिक अभी तक इस घटना की वजह से चार लोगों की मौत हुई है।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी सुबह ही धाराली पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने हादसाग्रस्त क्षेत्र में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पीड़ितों की सभी तरह की मदद की जाएगी। सीएम धामी ने कहा कि सेना, NDRF, SDRF की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। हादसे के चलते रास्तों पर पड़े मलबे को हटाकर उन्हें खोलने और बिजली सप्लाई के लिए भी काम शुरू किया गया है। सीएमओ द्वारा बताया गया कि आज पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम धामी से बात की थी और राज्य को हर संभव प्रदान करने का आश्वासन दिया था।
Dharali Uttarkashi Cloudburst Viral video
इस भयानक घटना के वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हैं। उत्तरकाशी के धराली गांव की ओर एक पहाड़ी से पानी की तेज धारा बहते हुए दिख रही है और सेकेंडों में वह रौद्र रूप लेकर कई घरों को बहा ले जाती है। इस दौरान लोगों की तेज चीख-पुकार की आवाजें भी सुनाई देती है। इसके चलते भारतीय सेना, NDRF, SDRF ने तत्काल ही राहत बचाव के लिए मोर्चा संभाल लिया था और लोगों को हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है।
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Uttarkashi Cloudburst: उत्तरकाशी में आई त्रासदी से जुड़ी तमाम खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स के लिए जुड़ रहें जनसत्ता डॉट कॉम के साथ…
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धराली में बादल फटने और भूस्खलन के घटना स्थल पर पहुंचे। भारतीय सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव कार्य जारी है।
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली में स्थानीय लोगों से मुलाकात की।
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उत्तरकाशी के हादसे को लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस बीच आज पीएम मोदी से उत्तराखंड के सांसदों ने मुलाकात की है। इस दौरान सांसद अनिल बलूनी ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “उत्तरकाशी के धराली में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के संबंध में आज अपने साथी सांसदों महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह जी, त्रिवेंद्र सिंह रावत जी एवं अजय भट्ट जी के साथ माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से मुलाकात की।
अनिल बलूनी ने लिखा, “प्रधानमंत्री उत्तरकाशी में आई इस भीषण विपदा से मर्माहत, शोकाकुल और व्यथित हैं। वे स्वयं राहत एवं बचाव कार्य की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की तमाम एजेंसियां राहत, बचाव एवं पुनर्वास के कार्य में पूरी तत्परता के साथ जुटी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार धराली सहित सभी आपदा प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है। साथ ही, केंद्र सरकार उत्तराखंड को इस आपदा से लड़ने और बाहर निकालने में हर तरह से मदद दे रही है।”
उत्तराखंड में बादल फटने और भूस्खलन की घटना पर भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कहा कि इस घटना से हर कोई दुखी है। पहाड़ों में रहने वाले लोग ऐसी प्राकृतिक आपदाओं के बाद डर में हैं। हम प्रार्थना कर रहे हैं कि स्थिति जल्द सुधर जाए।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में नदी और आसपास के क्षेत्रों के बढ़े हुए जल स्तर का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया।
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शहीदी ने कहा कि करीब 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। जहां तक जानकारी है, चार लोग मृत पाए गए हैं और 100 से ज़्यादा लोग लापता हैं। हम अभी भी स्थानीय प्रशासन से पुष्टि का इंतज़ार कर रहे हैं। एनडीआरएफ की तीन टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं।
उत्तरकाशी में लगातार इस वक्त कई जगहों पर भारी बारिश हो रही है जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कत आ रही है। सड़कें भी खोलने में काफी परेशानी आ रही है क्योंकि बारिश की वजह से लगातार मलबा नीचे गिर रहा है, जिसके चलते खराब सड़कों की वजह से मरम्मत और रेस्क्यू में ज्यादा समय लग रहा है।
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना पर नैनीताल-उधमसिंह नगर से बीजेपी सांसद अजय भट्ट ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह घटना की हर बारीकी से जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। कई सड़कें बह गई हैं। जानकारी के अनुसार, 120 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है और उनका इलाज चल रहा है। हम प्रार्थना करते हैं कि मौसम में सुधार हो ताकि हमारे सेना के हेलीकॉप्टर प्रभावित लोगों को एयरलिफ्ट कर सकें और बचा सकें… केंद्र सरकार की एजेंसियां बचाव अभियान चलाने के लिए काम कर रही हैं।
उत्तराखंड में लगातार बारिश के कारण NH-34 पर कई जगहों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिसमें पापड़गाड़ में 100 मीटर का बहाव और धराली के पास मलबा जमा होने से सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। खराब मौसम लगातार बारिश और कीचड़ के बावजूद BRO द्वारा मरम्मत कार्य जारी है।
उत्तरकाशी बादल फटने की घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा भी लिया। इसके साथ ही राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (ईओसी) भी पहुंचे।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी हादसा ग्रस्त गांव धराली पहुंचे हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कल जो आपदा आई है, उसमें सभी एजेंसियां काम कर रहीं हैं। सभी लोग आगे आकर बचाव के काम में लगे हैं। कल लगभग 130 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। अभी लगातार खोजबीन जारी है। रास्तों में चूंकि काफी ज्यादा मौसम खराब होने के कारण से अनेक स्थानों पर रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई जगह पहुंचना मुश्किल हो रहा है फिर भी एजेंसियां अपने काम पर लगीं हैं। सीएम ने कहा कि बिजली बहाली की कोशिशें शुरू कर दी गई है।
उत्तराखंड के सीएम के कार्यालय द्वारा बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और उत्तराखंड जिले के धराली क्षेत्र में हाल ही में आई आपदा और राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति की जानकारी ली। सीएम धामी ने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य सरकार पूरी तत्परता से राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में कठिनाइयाँ आ रही हैं, लेकिन सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय के साथ काम कर रही हैं ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
उत्तरकाशी के हर्षिल में बादल फटने के बाद चारों तरफ तबाही का मंजर है। कई क्षेत्रों में भूस्खलन की खबरें हैं, जिसके चलते उत्तरकाशी हर्षिल मार्ग ठप हो गया है और प्रशासन जल्द से जल्द मलबा हटाने में जुटा हुआ है।
उत्तराखंड के टिहरी क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच प्लासडा (नरेंद्रनगर) के पास प्लासडा चौकी से आगे मलबे में एक कार फंस गई है, जिसे निकालने के लिए जुटे हुए हैं।
उत्तरकाशी में भारी त्रासदी के बाद कमांडिंग अफसर कर्नल हर्षवर्धन की अगुवाई में रेस्क्यू ऑपरेशन तेज हो गया है। उनके साथ ही 150 जवानों की टीम मलबे में फंसे लोगों को निकालने के काम में जुटी हुई है। जवान खोजी कुत्तों के साथ ही ड्रोन और धरती के अंदर जिंदगी खोजने वाले अर्थमूविंग उपकरण भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में पिछले दो दिनों से भारी बारिश के कारण निगुलसरी NH-05 पर भारी भूस्खलन हुआ है। सड़कों पर चट्टानों के गिरने से रास्ता ही बंद हो गया है। किन्नौर पुलिस व जिला प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि अगर जरूरी न हो तो किसी भी तरह की यात्रा न करें।
उत्तरकाशी में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से नदियां उफान पर हैं और भागीरथी नदी खतरे के निशान से ऊपर बहते हुए रौद्र रूप दिखा रही है। ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के चलते नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से हुई दुर्घटना में कई लोगों के प्रभावित होने का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं शोक-संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
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डिफेंस पीआरओ ने एक बयान में कहा, “धराली में हुए विनाशकारी भूस्खलन के बाद 14वीं राजरीफ के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन, 150 कर्मियों के साथ महत्वपूर्ण बचाव और राहत कार्यों में लगे हुए हैं। संपर्क टूट जाने, यूनिट के बेस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने और 11 कर्मियों के लापता होने की आशंका के बावजूद टीम अटूट दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रही है। अब तक 20 लोगों को बचाया जा चुका है। इस बीच, बचाव कार्यों में अतिरिक्त टुकड़ियां भेजी जा रही हैं।”
उत्तरकाशी जिले के धराली गांव की खीरगंगा में मंगलवार को अचानक बादल फट गया। इसके बाद आई बाढ़ ने भयंकर तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा में 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। उत्तरकाशी में भूस्खलन के बाद 11 जवान भी लापता हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने की घटना पर कहा, “यह बहुत दुखद घटना है। इस दुख की घड़ी में भारत सरकार उत्तराखंड की जनता के साथ है। देश के प्रधानमंत्री को धन्यवाद दूंगा, उन्होंने जिस तरह से समर्थन देने के लिए कहा है, वह बताता है कि पीएम मोदी का लोगों के साथ कैसा जुड़ाव है। हर हाल में हम समर्थन करेंगे। मुख्यमंत्री राहत कार्य में जुट गए हैं।”
उत्तराखंड सरकार ने ANI को बताया कि सेना, ITBP, NDRF और SDRF की टीमों ने 130 लोगों को बचाया है।
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्राउंड जीरो पर तैनात राहत बचाव दल के लोगों से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने आवश्यक निर्देश दिए।
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उत्तरकाशी में आई आपदा के लिए भारतीय सेना के 150 सैनिक तैनात किए गए हैं। यह सभी 10 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंच गए और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया।
प्रशासन की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जनपद में संचालित सभी शासकीय, गैर शासकीय, निजी विद्यालयों (कक्षा 1 से 12वीं तक) और सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में दिनांक 06 अगस्त 2025, गुरुवार को अवकाश घोषित किया जाता है। इस आदेश का तत्काल अनुपालन करना सुनिश्चित किया जाए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हादसे के समय 200 से अधिक लोग मौजूद थे। बताया जा रहा है इस हादसे में एक सेना का कैंप भी बह गया है, जिसके बाद कई जवानों को रेस्क्यू करने का प्रयास किया जा रहा है। हर्षिल में एक सेना का हेलीपैड भी था, जो बह गया है।